क्रिकेटर को उनका जर्सी नंबर कैसें मिलता हैं?
दोस्तों यह बात तो भारत का हर एक व्यक्ति अच्छी तरह से जानता है कि हमारे देश में क्रिकेट के खेल को ही सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है और क्रिकेट की इसी दीवानगी के वजह से ही भारतीय फैन्स अपने फेवरेट क्रिकेटर्स की छोटी से छोटी चीज़ो पर भी नजर रखते हैं और इसी तरह से एक बात जो सभी क्रिकेट फैन्स के बीच हमेशा चर्चा में रहती है वो है खिलाड़ियों का जर्सी नंबर क्योंकि जर्सी नंबर हर एक खिलाड़ी की अपनी एक अलग ही पहचान होती है और यही वजह है कि फैन्स के बीच इसकी दिलचसीपी काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
लेकिन हम आपको बता दें कि हर एक खिलाड़ी के जर्सी नंबर के पीछे बड़ी ही इंट्रेस्टिंग कहानी छुपी होती है और आज के इस लेख में हम आपको भारतीय क्रिकेट टीम के कुछ फेमस क्रिकेटर्स और उनके जर्सी नंबर के पीछे छुपे हुए राज़ के बारे में बताएंगे। तो चलिएइस इंट्रेस्टिंग आर्टिकल को शुरू करते हैं तो दोस्तों क्रिकेट में जर्सी नंबर को लेकर बहुत से लोगों में यह गलतफहमी रहती है कि खिलाड़ियों का जर्सी नंबर BCCI या फिर ICC के द्वारा ही डिसाइड किया जाता है। लेकिन हम आपको बता दें कि असल में ऐसा कोई भी नियम नहीं हैं।
क्योंकि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी क्रिकेटर्स को अपनी मर्जी से अपनी पसंद का जर्सी नंबर चुनने की आजादी होती है और सिर्फ इतना ही नहीं खिलाड़ी अगर चाहें तो वह अपना जर्सी नंबर बदल भी सकते हैं।
सचिन तेन्दुलकर की जर्सी नंबर?
अगर हम बात करे क्रिकेट के भगवान और मास्टर ब्लास्टर जैसे नामों से पुकारा जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेन्दुलकर की तो फिर वह मैदान में 10 नंबर की जर्सी पहनकर उतरा करते थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 10 नंबर सचिन तेन्दुलकर का पहला जर्सी नंबर नहीं था?
क्योंकि तेन्दुलकर ने जब पहली बार रंगीन जर्सी पहनी थी तो उसका जर्सी नंबर 99 हुआ करता था और साल 1999 का पूरा वर्ल्ड कप भी तेन्दुलकर ने 99 नंबर की जर्सी पहनकर खेली थी लेकिन उसके बाद से तेन्दुलकर इंजरी की वजह से टीम से बाहर हो गए और बाद में जब उन्होंने वापसी की तब वह 33 नंबर की जर्सी पहने हुए नजर आए थे। लेकिन यह जर्सी भी तेन्दुलकर ने सिर्फ छे मैचों में पहनी थी और फिर इस को बदलकर उन्होंने 10 नंबर की जर्सी पहनना शुरू कर दिया।
और तेन्दुलकर ने यह बात बहुत बार कही है कि 10 नंबर उनके लिए काफी लकी था और इसीलिए वह 10 नंबर की जर्सी पहना करते थे। इसके अलावा तेन्दुलकर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि 10 यानी की 10 उनके सरनेम तेन्दुलकर में भी आता है और इसीलिए वह इस नंबर को लकी मानते थे।
विराट कोहली की जर्सी नंबर?
कोहली का जर्सी नंबर 18 है, लेकिन इसके पीछे की वजह ज्यादा लोग नहीं जानते। दरअसल विराट कोहली अपने पिता प्रेम कोहली के बहुत ही ज्यादा करीबी थी और जब उनके पिता का देहांत हुआ था तो उससे कोहली को बहुत बड़ा सदमा पहुंचा था और क्योंकि कोहली के पिता का देहांत 28 दिसंबर 2006 को हुआ था इसलिए अपने पिता की याद में उन्होंने अपनी जर्सी का नंबर 18 चुन लिया था और कोहली ने एक इंटरव्यू में भी बताया था कि इस जर्सी को पहनने से उन्हें यह अहसास रहता है। कि उनके पिता अब भी उनके साथ ही है। इसलिए कोहली हमेशा ही 18 नंबर की जर्सी पहनकर मैदान में उतरते हैं
महेंद्र सिंह धोनी की जर्सी नंबर?
अब हम बात करते हैं एक और महान भारतीय क्रिकेट पर महेंद्र सिंह धोनी के बारे में। अब ऐसा कोई भी भारतीय क्रिकेट प्रेमी नहीं होगा जो महेंद्र सिंह धोनी का जर्सी नंबर ना जानता हो क्योंकि जर्सी नंबर 7 धोनी की पहचान बन चुकी है। अब अगर हम बात करें कि धोनी ने अपने लिए 7 नंबर की जर्सी को ही क्यों चुना तो फिर इसके पीछे कई सारी वजह मानी जाती है।
और सबसे पहला कारण जो सामने आता है वह यह कि महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को हुआ था और इसीलिए उन्होंने अपने लिए 7 नंबर की जर्सी चुनी थी और दूसरा कारण यह बताया जाता है कि धोनी को फुटबॉल बहुत पसंद है और क्रिस्टियानो रोनाल्डो उनके फेवरेट प्लेयर है। अब जो कि रोनाल्डो का जर्सी नंबर 7 है इसलिए धोनी ने भी अपने लिए 7 नवंबर को ही चुना था।
रोहित शर्मा कि जर्सी नंबर?
अब बात करते हैं एक और स्टार क्रिकेटर्स रोहित शर्मा के जर्सी नंबर के बारे में तो दोस्तों आप सभी लोग यह जानते ही होंगे कि रोहित शर्मा 45 नंबर की जर्सी पहनकर खेला करते हैं और सिर्फ जर्सी ही नहीं बल्कि इस नंबर का इस्तेमाल वह अपने सोशल मीडिया हैंडल में भी करते हुए दिखाई दिए हैं और इससे यह साफ ज़ाहिर होता है।
यह नम्बर रोहित शर्मा के लिए काफी स्पेशल है और एक इंटरव्यू के दौरान जब रोहित से इस नंबर को चुनने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह नंबर उनकी माँ ने उनके लिए चुना था। दरअसल हुआ यह कि जब रोहित शर्मा अंडर 19 वर्ल्ड कप खेलने के लिए श्रीलंका गए थे तब उस समय उनकी जर्सी ब्लैक हुआ करती थी और इसीलिए ऑफिशियली उन्हें एक नंबर चुनने के लिए बोला गया। तब रोहित ने अपनी माँ को फ़ोन किया और उनसे अपने लिए एक नंबर पूछा और तब रोहित शर्मा की माँ ने उनको 45 नंबर चूज करने के लिए बोला।
हार्दिक पांड्या कि जर्सी नंबर?
अब जान लेते हैं भारतीय क्रिकेट टीम के जबरदस्त खिलाड़ी हार्दिक पांड्या के जर्सी नंबर के बारे में। दोस्तों जैसा कि हम सभी लोग यह जानते ही है कि हार्दिक पांड्या का जर्सी नंबर 228 है लेकिन उनके इस नंबर को चुनने के पीछे एक जबरदस्त कहानी है।
दरअसल, जीस समय हार्दिक बड़ौदा के लिए टीम में खेला करते थे। तब विजय मर्चेंट ट्रोफ़ी के एक मैच के दौरान हार्दिक ने 228 रनों की एक जबर्दस्त पारी खेली थी यह उनके द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर था और इसलिए हार्दिक ने 228 को ही अपना जर्सी नंबर चुन लिया था।
वीरेंद्र सहवाग कि जर्सी नंबर?
दोस्तों भारतीय दिग्गज क्रिकेट वीरेंद्र सहवाग के जर्सी नंबर के पीछे भी बड़ी ही दिलचस्प कहानी है। वैसे सहवाग को रिटायरमेंट लिए हुए काफी समय हो चुका है।
इसलिए ज्यादातर लोगों को उनका जर्सी नंबर याद नहीं होगा। हालांकि हम आपको बता दें कि सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 44 नंबर की जर्सी पहनकर की थी, लेकिन फिर थोड़े समय में 46 नंबर की जर्सी पहनकर खेलने के बाद अचानक ही उन्होंने ब्लैक जर्सी पहनने शुरू कर दी और अभी हाल ही में जब उनसे ऐसा करने की वजह पूछी गई तो उन्होंने इसके पीछे एक बड़ी ही दिलचस्प कहानी बताई। दरअसल, सहवाग ने बताया कि जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 44 नंबर की जर्सी पहनकर की तो उनकी माँ और उनकी पत्नी दोनों ने इस नंबर को अनलकी बता
फिर सहवाग ने अपनी माँ के कहने पर 46 नंबर की जर्सी पहनने शुरू कर दी। लेकिन पत्नी आरती को यह नंबर पसंद नहीं था और वह चाहती थी कि सहवाग 2 नंबर की जर्सी पहन कर खेले। अब सहवाग इस संकट में फंस गए थे कि माँ की बात मानें या पत्नी की तो ऐसे में उन्होंने इस समस्या का एक उपाय निकाला और ब्लैक जर्सी यानी की बिना नंबर वाली जर्सी पहनकर खेलना शुरू कर दिया ताकि ना माँ नाराज हो और ना ही पत्नी।
युवराज सिंह कि जर्सी नंबर?
इसी तरह से भारतीय दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह 12 नंबर की जर्सी पहनकर खेला करते थे। और बाकी क्रिकेटर्स की तरह ही युवराज ने भी अपने इस जर्सी नंबर को कुछ खास वजहों से चुना था। दरअसल युवराज का जन्म 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ के सेक्टर 12 में दिन के 12:00 बजे हुआ था और ऐसे में यह सोचने की कोई गुंजाइश नहीं रहती कि उन्होंने अपने लिए 12 नवंबर को ही क्यों चुना था?
तो दोस्तों यह थी भारतीय क्रिकेटर्स के जर्सी नंबर के पीछे की इंट्रेस्टिंग कहानियां आज के इस आर्टिकल में बस इतना ही था लेकिन इसी तरह के इंट्रेस्टिंग आर्टिकल को लगातार पढने के लिए हमें फॉलो करे। आपका बहुमूल्य समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।